Wednesday, November 13, 2024

How to Use Digilocker | डिजीलाॅकर का प्रयोग कैसे करें

 How to Use Digilocker



डिजी लॉकर (DigiLocker) एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसे भारतीय सरकार ने नागरिकों को अपने महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों को सुरक्षित रूप से स्टोर और साझा करने के लिए प्रदान किया है। इसके माध्यम से आप अपने दस्तावेज़ों को ऑनलाइन सुरक्षित रख सकते हैं और जरूरत पड़ने पर उन्हें आसानी से एक्सेस कर सकते हैं।

डिजी लॉकर का प्रयोग करने के लिए निम्नलिखित कदम हैं:

  1. डिजी लॉकर अकाउंट बनाना:

    • सबसे पहले DigiLocker की वेबसाइट पर जाएं या DigiLocker App डाउनलोड करें (यह Android और iOS दोनों प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है)।
    • फिर, "Sign Up" या "Register" पर क्लिक करें।
    • आपको अपनी Aadhaar नंबर और Mobile Number की आवश्यकता होगी। एक OTP (One-Time Password) प्राप्त करने के बाद उसे डालकर अपने अकाउंट को सक्रिय करें।
  2. डॉक्युमेंट अपलोड करना:

    • अकाउंट में लॉगिन करने के बाद, आप "Upload" ऑप्शन का चयन करके अपने दस्तावेज़ों को अपलोड कर सकते हैं। यहां आप आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मार्कशीट आदि अपलोड कर सकते हैं।
    • डॉक्युमेंट को स्कैन करके या फोटो खींचकर अपलोड किया जा सकता है।

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  1. दस्तावेज़ों को सुरक्षित रखना:

    • अपलोड किए गए दस्तावेज़ों को आप View या Download कर सकते हैं। यह दस्तावेज़ सुरक्षित रूप से क्लाउड पर स्टोर रहते हैं।
    • आप दस्तावेज़ों को एक जगह से दूसरी जगह भी साझा कर सकते हैं, जैसे कि सरकारी विभाग या संस्थाओं से संपर्क करने के लिए।
  2. पैनल से सरकारी दस्तावेज़ प्राप्त करना:

    • DigiLocker में कुछ सरकारी दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, परीक्षा मार्कशीट, आदि को सीधे डिजिटल रूप में प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए आपको संबंधित विभाग का चयन करना होता है।
  3. सुरक्षा:

    • डिजी लॉकर में दस्तावेज़ों को सुरक्षित रखने के लिए PIN या Aadhaar-based authentication का इस्तेमाल किया जाता है। यह सुनिश्चित करता है कि केवल आप ही अपने दस्तावेज़ों तक पहुंच सकें।

DigiLocker के फायदे:

  • दस्तावेज़ों का डिजिटल रिकॉर्ड सुरक्षित रहता है।
  • किसी भी समय, कहीं भी दस्तावेज़ों तक पहुंच सकते हैं।
  • कागजी दस्तावेज़ों की आवश्यकता नहीं होती, जिससे पारंपरिक प्रक्रियाओं से बचा जा सकता है।
  • सरकारी और निजी संस्थानों के साथ डिजिटल प्रमाणपत्रों का आदान-प्रदान सरल होता है।

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