म.प्र. के सभी विद्यालयों में सत्र 2024-25 से माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा दिए गए निर्देश
तृतीय मुख्य सचिव, कॉन्फ्रेन्स में माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा विद्यालय संचालन हेतु दिए गए सुझाव के क्रम में निम्नानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करें-
1. विद्यालय में पीयरलर्निंग सुनिश्चित करने हेतु निर्देश-
• विद्यालय स्तर पर / कक्षा स्तर पर सदनवार विद्यार्थियों का आवंटन करके तद्नुसार विद्यालयीन गतिविधियों में सहभागिता सुनिश्चित करना।
• कक्षा शिक्षण के दौरान विद्यार्थियों को समूह कार्य एवं समूह चर्चा का अवसर प्रदान करना।
• विद्यार्थियों की जोडी बनाकर एक-दूसरे को सहयोग एवं सीखने के लिए प्रेरित करने के कम में पीयरलर्निंग को बढ़ाना।
• विद्यार्थियों को समूह में किए जाने वाले कार्य अंतर्गत प्रोजेक्ट कार्य एवं गृहकार्य प्रदान करना
- पीयरलर्निंग अंतर्गत विद्यार्थियों द्वारा एक-दूसरे के Home Work/Class Work का मूल्यांकर करना एवं त्रुटि सुधार करना ।
- आंनदमयी वातावरण निर्मित करने हेतु निम्नलिखित सुझावात्मक गतिविधियां-
- विद्यालय आगमन पर विद्यार्थियों का शिक्षकों द्वारा विविध गतिविधियों के माध्यम से स्वागत, जिससे विद्यार्थी अधिक से अधिक संख्या में विद्यालय आने हेतु प्रेरित हो ।
- प्रार्थना सभा को गायन, वादन एवं अन्य रोचक गतिविधियों द्वारा संचालित करना ।
- सर्वाधिक उपस्थिति वाले, नियमित गृहकार्य करने वाले एवं विद्यालय की गतिविधियों में सक्रिय सहयोग देने वाले विद्यार्थियों को प्रार्थना सभा में, कक्षा में पुरस्कृत करना एवं सूचना पटल के माध्यम से प्रशंसित करना।
- पुस्तकालय / रीडिंग कार्नर के माध्यम से विविध प्रकार की पुस्तकों की व्यवस्था करना जिससे अधिक से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हो सके।
- विद्यार्थियों को उनकी रूचि के अनुसार विभिन्न सहशैक्षणिक गतिविधियों जैसे-खेल, चित्रकला, आर्ट एण्ड क्राफ्ट, पीटी, योग, नाटक, संगीत आदि में भाग लेने के अवसर उपलब्ध कराना एवं प्रतियोगिताएं आयोजित करना ।
- CCLE एवं बाल सभा का साप्ताहिक आयोजन करना एवं इसमें सभी विद्यार्थियों की अनिवार्य सहभागिता सुनिश्चित करना।
विद्यार्थियों हेतु एक्सपोजर विजिट आयोजित करना, बाल मेला एवं प्रदर्शनियों में उनके उत्कृष्ट कार्य का प्रदर्शन करना ।
- विद्यालय स्तर पर सोशियो इमोश्नल लर्निंग (SEL) हेतु निम्नानुसार सुझावात्मक गतिविधियां - • सभी शिक्षक एवं विद्यार्थियों के मध्य एक स्वस्थ एवं सकारात्मक संबंध स्थापित करने हेतु विविध गतिविधियों के माध्यम से सकारात्मक वातावरण निर्मित करना ।
- उमंग, CCLE, राष्ट्रीय शिक्षा नीति अंतर्गत 21वीं सदी के कौशल, जेंडर समानता, यौन शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर जागरूक करना।
अभिभावकों एवं समुदाय को विद्यालय से सक्रिय रूप से जोड़ना, जिससे वे विद्यालय के सुधार के क्षेत्रों में फीडबैक एवं रचनात्मक सहयोग प्रदान कर सके। विद्यालय में सुझाव / शिकायत पेटी रखी जाना जिसमें विद्यार्थी अपने सुझाव/समस्या बगैर किसी झिझक के लिख सके एवं प्राप्त सुझाव एवं समस्या का निष्पादन करते हुए उसका अभिलेख संधारित किया जाए। बाल सहायता संबंधी सभी हेल्पलाइन नम्बर सूचना पटल पर एवं मुख्य स्थल पर लगाया जाए एवं विद्यार्थियों को उनकी उपयोगिता एवं महत्व की भी जानकारी दी जाए।